Letter Writing In Hindi , (पत्र लेखन क्या होता हैं , पत्र लिखना सीखें)
परिचय- आज भले ही टेलीफोन अथवा मोबाइल फोन की दुनिया हैं लेकिन पत्र(Letter) की दुनिया अभी भी कायम हैं। यदि आप किसी से बात करना चाहते हैं अथवा कोइ समाचार जानना चाहते हैं तो मोबाइल फोन से तुरंत उनसे बातें कर लेते हैं और उसका हाल समाचार जान लेते हैं । लेकिन जब किसी सन्देश या किसी महत्पूर्ण बातों को कागज पर लिखकर एक स्थान से दूसरे स्थान तक भेजा जाता हैं तो वह पत्र कहलाता हैं।
पत्र क्या होता हैं – जब कोइ व्यक्ति अपनी बातों(संदेश) को कागज पर लिखकर किसी के पास भेजते हैं तो वह पत्र कहलाता हैं । यदि आप अपने दोस्त,रिश्तेदार अथवा किसी सगे सम्बन्धी के पास किसी भी प्रकार के बातों को पहुँचाना चाहते हैं या प्राप्त करना चाहते हैं , तो उन बातों को कागज पर लिखकर डाक अथवा किसी व्यक्ति के द्वारा उन व्यक्ति तक पहुंचाते हैं।
Hindi Letter
हिंदी पत्र लेखन(Hindi patra lekhan) – पत्र लिखने की क्रिया को पत्र लेखन कहा जाता हैं । मान लेते हैं कि रमेश को आज अचानक तबियत खराब हो गया हैं जिसके कारण वह अपने विद्यालय नहीं जा पायेगा जिनकी जानकारी वह अपने प्रधानाचार्य को देना चाहता हैं , तो इसके लिए रमेश अपने प्रधानाध्यापक के पास एक पत्र लिखेगा और उसे बताएगा कि तबियत खराब हो जाने के कारण वह विद्यालय नहीं आ पाउँगा । इसके लिए रमेश अपने प्रधानाचार्य के पास पत्र किस प्रकार लिखेगा वह निचे बताया जा रहा हैं ।
सेवा में ,
श्री मान प्रधानाचार्य महोदय ,
श्री उच्य विद्यालय आनंदपुर (सुपौल)
विषय – छुट्टी के सम्बन्ध में
द्वारा – वर्गाध्यापक महोदय ,
महोदय ,
सविनय निवेदन यह हैं कि मेरा तबियत अचानक बहुत खराब हो गया हैं जिसके कारण मैं विद्यालय आने से असमर्थ हूँ । इसलिए मैं दिनांक 25/12/2022 से दिनांक 27/12/2022 तक अपने वर्ग से अनुपस्थित रहूँगा । अतः श्रीमान से अनुरोध हैं कि कृपया हमें 3 दिनों कि छुट्टी देने की कृपा प्रदान की जाए , इसके लिए श्रीमान का सदा आभारी रहूँगा।
आपका आज्ञाकारी छात्र
रमेश कुमार
वर्ग – 8
क्रमांक – 12
आप ऊपर देख चुके हैं कि रमेश छुट्टी के लिए किस प्रकार पत्र लिखा हैं । अब आपको बताना चाहेंगें कि व्यक्ति कई तरह के समस्याओं के लिए अथवा अपने बातों को रखने के लिए किसी के पास पत्र लिखते हैं जैसे कोइ राज्य के मुख्यमंत्री के पास पत्र लिखते हैं , तो कोइ जिलाधिकारी के पास लिखते हैं, या कोइ व्यक्ति अपने मित्र , भाई , बहन , माता-पिता , शिक्षक , पत्नी आदि के लिए पत्र लिखते हैं । दोस्तों अब आप आगे कि हर एक बात विभिन्न प्रकार के लिखी हुई पत्र को पढ़ कर ही जान पायेंगें ,और इसके बाद आप खुद समझ पाइयेगा कि कोइ भी पत्र कैसे लिखा जाता हैं , जिसके बारे में आगे बताने जा रहे हैं लेकिन इससे पहले आपको एक बात जान लेना बहुत जरूरी हैं – आपको बताना चाहेंगें कि पत्र दो प्रकार के होते हैं जो निम्नलिखित हैं।
(1) अनौपचारिक पत्र(Informal Letter) – इसके अंतर्गत व्यक्तिगत पत्र , पारिवारिक पत्र , सामाजिक पत्र आदि आते हैं , इसके बारे में
(2) औपचारिक पत्र(Formal Letter) – इसके अंतर्गत आवेदन पत्र / प्रार्थना पत्र / अनुरोध पत्र आदि आते हैं ।
Letter Writing In Hindi
(1) अनौपचारिक पत्र के उदाहरण :
अपने पिताजी के पास एक पत्र लिखकर बताइए की आपके विद्यालय में वार्षिक उत्सव किस प्रकार मनाया गया ।
पूज्य पिताजी ,
सादर प्रणाम ।
मैं सकुशल हूँ और ईश्वर से प्रार्थना करता रहता हूँ कि आप भी कुशल होंगें । आपका पत्र मिला जिसे पढ़कर बहुत खुश हुवा और पत्रोत्तर में विलम्ब के लिए मैं क्षमा प्रार्थी हूँ क्योंकि पिछले माह से हम विद्यालय के वार्षिकउत्स्व कि तैयारी में लगे थे और कल ही यह उत्स्व आयोजित किया गया था जिसका संक्षित विवरण देने जा रहे थे ।
गत वर्ष के भाँति इस वर्ष भी विद्यालय को दुल्हन कि तरह सजाया गया था और साथ में रंग-बिरंगें पातकों से पुरे प्रांगण को सजाया गया था । जिसमें माननीय शिक्षा निदेशक तथा अनेकों गण मान्य उपस्थित थे । माँ सरस्वती वन्दना के साथ वार्षिकोत्स्व कार्यक्रम का शुभारंभ हुवा । इसके पश्चतात प्रधानाचार्य ने अतिथियों का हार्दिक स्वागत करते हुए वर्ष के उपलब्धियों का उल्लेख किया । इसके बाद सांस्कृति कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए । जिसके अंतर्गत लोक नृत्य , लोक गीत , अभिनय , एकांकी नाटक आदि प्रस्तुत किए और इसमें एकांकी नाटक सबसे ज्यादा आकर्षण था । ‘कलम की कीमत’ नाटक में प्रोफेसर आनंद का अभिनय मैंने ही किया , जिसकों दर्शकों ने बहुत सराहा । इसके आगे कला – प्रदर्शन का भी आयोजन किया गया था जिस प्रदर्शनी में नन्हें – मुन्ने कलाकारों ने भी भाग लिया था ।
सांस्कृति कार्यक्रम के बाद मुख्य अतिथि माननीय शिक्षा निदेशक ने विद्यालय के गति – विधि में भाग लेने वाले छात्रों में पारितोषिक वितरण किया , इसमें हमें भी पुरष्कार मिला और साथ में सर्वश्रेष्ट अभिनेता और सर्वश्रेष्ट वक्ता होने का पुरस्कार मिला , जो ये सब आपका आशीर्वाद और गुरु जी के मार्गदर्शन का परिणाम हैं । मुख्य अतिथि हमारी कला से बहुत प्रसन्न हुए और हमारे पीठ भी थपथपाई । प्रधानचार्य ने सभी अतिथियों को धन्यवाद दिए तथा सभी को सम्मान के साथ विदा किए और इस प्रकार वार्षिकोत्स्व की समापन हुई।
आपका प्रिय पुत्र
आशीष कुमार
Letter Writing In Hindi
आपका मित्र परीक्षा में असफल हो गए हैं जिससे वह बहुत दुःखी हैं, उसे प्रेरित करते हुए पुनः अध्ययन करने के लिए एक पत्र लिखें ।
प्रिय मित्र आंनद नगर सुपौल ,
आनंद कुमार पता – – – – – – एवं दिनांक – – – – – – – -।
हमें कल आपकी परीक्षा फल के परिणाम के बारे में जानकारी मिली , जिसे जानकर हम बहुत दुःखी हुए की आप परीक्षा में असफल हो गए , लेकिन इसमें तुम्हारा कोइ दोष नहीं हैं । हम सब जानते हैं की आप बहुत मेहनती हैं, लेकिन कई माह तक आप अस्वस्थ्य रहने के कारण आप ठीक से पढ़ाई भी नहीं कर सकते , दूसरी बात आपको डॉक्टर किताबों से थोड़ा दूर रहने के लिए भी कहा था , इस बात से हम बहुत खुश हैं की आप स्वस्थ्य हो गए । परन्तु आपका परीक्षा की तैयारी अच्छी तरह से नहीं हो पाया । यदि आप स्वस्थ्य रहते तो असफलता का सामना नहीं करना पड़ता और आप बहुत अच्छे अंक से उत्तीर्ण होते ।
अब बीती बात को लेकर दुःखीं होना व्यर्थ हैं क्योंकि उसके बारे में सोचने से कोई लाभ नहीं मिलने वाले हैं , जितना जल्दी हो सकते आप फिर परीक्षा की तैयारी करना आरम्भ कर दीजिए । दृढय , संकल्प , निरंतर प्रत्यन और साहस के साथ अपने तैयारी में लग जाओं , हमें उम्मीद हैं की अगले परीक्षा में आप बहुत ही अच्छे अंक से पास हो पाओगें और सम्पूर्ण जिला में टॉप करोगें । मेरे मित्र अपने हृदय में व्याप्त निराशा एवं उदासी को त्याग करों और नई आशा एवं विश्वाश के साथ अध्ययन में जुट जाओं । घर में बड़े को प्रणाम और छोटे को प्यार कहना ।
आपका प्रिय मित्र
नरेश कुमार
Letter Writing In Hindi
आपका मित्र का दुर्घटना हो जाने के कारण अस्पताल में दाखिल हैं , आप अपने मित्र को सांत्वना देते हुए एक पत्र लिखए ।
प्रिय मित्र
अशोक कुमार
सस्नेह नमस्ते ।
हमें ये जानकार बहुत दुःख हुवा की आप 10 जून को एक सड़क दुर्घटना में घायल हो गए थे और अस्पताल में दाखिल हो । इस समाचार से केवल मैं ही नहीं बल्कि पुरे परिवार दुःखी हैं , जिस प्रकार दुर्घटना के बारे में सुना हूँ , सुनकर ही रूह काप गया क्योंकि इस प्रकार के दुर्घटना में कुछ भी हो सकता था पर ईश्वर के कृपा से बहुत ज्यादा क्षति नहीं हुई और ईश्वर आपकी रक्षा की , अभी आपको कुछ दिनों तक अस्पताल में रहना होगा । पढ़ाई आदि के बारे में अधिक चिंता नहीं करना , क्योंकि आप बहुत मेहनती और मेधावी हो , कुछ समय में ही सारे कमी को पूरा कर लोगें । मित्र आपको ज्यादा चिंता करने की आवश्यकता नहीं आप बहुत जल्दी ठीक हो जाओगें । विपत्ति के समय ही मनुष्य के धैर्य एवं साहस की परीक्षा होती हैं , आप घर में बड़े हो आपको अपने परिवार के लोगों को भी हौसला देना होगा और चिंता करने से रोकना होगा । मेरे माता पिता आपके जल्द स्वस्थ्य होने की कामना करते हैं । मैं बहुत जल्दी आपसे मिलने के लिए अस्पताल आ रहा हूँ , विशेष बाते मिलने पर ही होगा आगे बड़े को प्रणाम तथा छोटे को प्यार कहना ।
आपका मित्र
नीरज कुमार
Letter Writing In Hindi
आपके जन्म दिन पर आपका मित्र एक अच्छा सा उपहार दिया हैं , उसके लिए आप एक धन्यवाद पत्र लिखए ।
प्रिय मित्र शिव नगर मधुबनी ,
रंजन कुमार पता —— एवं दिनांक ——
सस्नेह नमस्ते ।
मैं कल आपके द्वारा भेजे गए उपहार प्राप्त किए , जिसे खोलकर देखा तो उसमें एक बहुत ही सूंदर घड़ी थी , इसके बाद मेरा खुशी का ठिकाना नहीं रहा क्योंकि जो उपहार आपने भेजें हैं वह हमारे लिए सबसे पसंदीदा हैं । घड़ी बहुत आकर्षक था , मैंने अपने परिवार अथवा अन्य मित्रों को भी दिखाया सभी ने बहुत सराहना की । जब आप हमारे जन्म दिन पर नहीं आया था तो मैं बहुत नाराज हुवा था लेकिन जब आपका उपहार के साथ पत्र पढ़ा तो मेरे गुस्सा बिलकुल शांत हो गए क्योंकि आपके पत्र से पता चला को आपका तबियत बहुत खराब था जिसके कारन आप आ नहीं पाए । इस सूंदर उपहार के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद , परन्तु इतनी कीमती उपहार देने के क्या आवश्यकता थी , हमारे लिए आपका प्यार ही काफी हैं । अब आपका स्वस्थ्य कैसे हैं , मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ की आप स्वस्थ्य होंगें , अब आगे से अपने स्वस्थ्य पर ध्यान देना । मेरा परीक्षा हो जाने के बाद मैं आपसे जरूर मिलने आऊँगा। आगे घर में बड़े को मेरा प्रणाम कहना एवं छोटे को प्यार देना ।
आपका मित्र
सुभाष कुमार
Letter Writing In Hindi
(2) औपचारिक पत्र के उदाहरण :
जैसा की आपको बता चुके हैं कि औपचारिक पत्र के अंतर्गत आवेदन एवं प्रार्थना पत्र आता हैं।
आप अपने प्रधानाचार्य के पास छात्रवृति के लिए एक आवेदन पत्र लिखें ।
सेवा में , दिनांक – 28 दिसम्बर 2022
श्रीमान प्रधानाचार्य महोदय ,
उच्य विद्यालय निर्मली(सुपौल)
विषय – छात्रवृति के लिए आवेदन ।
महोदय ,
सविनय आपसे कहना चाहता हूँ कि आज ही मैं अपने कक्षाध्यापक के द्वारा यह बात सुनकर अत्यंत प्रसन्नता हुई की विद्यालय के उन छात्रों को छात्रवृत्तियाँ दी जायेगी । जो 80% अंक प्राप्त करने की योग्यता रखते हैं और साथ में किसी-न-किसी सांस्कृति प्रवृति में विशेष योग्यता होंगें । महोदय पिछले वर्ष मैं आठवीं कक्षा में 80% से अधिक अंक किए थे तथा भाषण प्रयोगतिया और कविता पाठ प्रयोगिता में मैंने प्रथम स्थान प्राप्त किया था और इस बार भी मैं पुरस्कृत किया गया हूँ । आगे भी अपने सभी स्थान कायम रखूँगा , इस प्रकार हमें आशा हैं की आप मुझे छात्रवृत्ति की सुविधा प्रदान करके अनुगृहीत करेंगें । अतः आपसे विन्रम निवेदन हैं की मैं उपयुक्त सभी शर्तों को पूरा करते हैं। अतः मुझे छात्रवृति का गौरव प्रदान किया जाए । इसके लिए मैं जीवनभर आपका आभारी रहूँगा ।
आपका आज्ञाकारी छात्र
आलोक कुमार
वर्ग – आठवीं ।
क्रमांक – 16
इन्हें भी पढ़ें – (1) पत्र लिखने का क्या तरीका।
(2) Love Letter क्या होता हैं ।